थोड़ा कुमाऊँ घूम आते हैं...भाग-2

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थोड़ा कुमाऊँ घूम आते हैं...भाग- 2   पिछले लेख में हम हरिद्वार स्थित चंडी देवी के दर्शन करके आगे बढ़ रहे थे यानी कि उत्तराखंड के गढ़वाल मंडल से अब कुमाऊँ मंडल की सीमाओं में प्रवेश कर रहे थे बता दें कि उत्तराखंड के इस एक मंडल को दूसरे से जोड़ने के लिए बीच में उत्तर प्रदेश की सीमाओं को भी छूना पड़ता है इसलिए आपको अपने आप बोली भाषा या भूगोल या वातावरण की विविधताओं का ज्ञान होता रहेगा।     कुमाऊँ में अल्मोडा, नैनीताल, रानीखेत, मुक्तेश्वर, काशीपुर, रुद्रपुर, पिथौरागढ, पंत नगर, हल्दवानी जैसे बहुत से प्रसिद्ध स्थान हैं लेकिन इस बार हम केवल नैनीताल नगर और नैनीताल जिले में स्थित बाबा नीम करौली के दर्शन करेंगे और साथ ही जिम कार्बेट की सफ़ारी का अनुभव लेंगे।   225 किलोमीटर का सफर हमें लगभग पांच से साढ़े पांच घंटों में पूरा करना था जिसमें दो बच्चों के साथ दो ब्रेक लेने ही थे। अब जैसे जैसे हम आगे बढ़ रहे थे वैसे वैसे बच्चे भी अपनी आपसी खींचतान में थोड़ा ढ़ीले पड़ रहे थे। इसलिए बच्चों की खींचतान से राहत मिलते ही कभी कभी मैं पुरानी यादों के सफर में भी घूम रही थी।     कुमाऊँ की मेरी ये तीसर

DigitALL: Happy Women's Day

DigitALL... Happy Women's Day

    महिलाओं को समर्पित 8 मार्च का दिन अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस के रूप में दुनियाभर में मनाया जाता है। अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यह दिन नारी सम्मान,उनकी उपलब्धियां, महिला उत्थान, महिला जागरूकता, महिला अधिकार और महिला सशक्तिकरण जैसे गंभीर विषयों की ओर ध्यान केंद्रित करता है।
   यह दिन महिलाओं के लिए उनकी स्वयं की शक्ति, साहस, क्षमता, प्रतिभा, आत्मसम्मान या यूँ कहें कि स्वयं को पहचानने का दिन है और उनके स्वछंद विचारों के उड़ने का दिन है लेकिन यह तभी संभव है जब समाज का प्रत्येक व्यक्ति महिला दिवस का अर्थ समझे। 
   अब भले ही यह 1908 में अमेरिकी महिलाओं द्वारा न्यूयॉर्क शहर में अपने अधिकारों और अपनी स्थिति को बेहतर बनाने के लिए एक आंदोलन या विरोध प्रदर्शन था जो धीरे धीरे अंतरराष्ट्रीय मंच पर एक एक विचार बन गया। अब आरंभ चाहे विरोध से आरंभ हुआ लेकिन आज एक जश्न या उत्सव की तरह ही लिया जा रहा है। 
  और सबसे अच्छी बात यह है कि भारत में भी धीरे धीरे लोग महिला दिवस का खुले मन से स्वागत कर रहे हैं और इस एक दिन को अपनी माँ, बेटी, बहन, पत्नी, प्रेमिका, दोस्त, सहकर्मी या महिला के किसी रूप के साथ खड़े होकर इस दिन को एक उत्सव की तरह मना रहे हैं। लेकिन मेरी समझ से जश्न के साथ विचार होना महिला दिवस को पूर्ण करता है। 
Women's Day 2023 Theme
   1996 से संयुक्त राष्ट्र प्रत्येक वर्ष महिला दिवस (8 March)को एक विशेष विषय के साथ मनाता है इसलिए इस वर्ष भी महिला दिवस एक विशेष थीम ( विषय) पर आधारित है और इस वर्ष 2023 की थीम है..."डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी" (DigitALL: Innovation and technology for gender equality) लैंगिक समानता प्राप्त करने और सभी महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए डिजिटल युग में नवाचार और तकनीकी शिक्षा की ठोस आवश्यकता है। 
  घर परिवार समाज या कार्यस्थल कहीं पर भी लैंगिक असमानता के कारण या रूढ़िवादी विचारधाराओं के कारण महिलाओं की स्थिति पुरुषों की अपेक्षा पिछड़ी है। आर्थिक, सामाजिक, सांस्कृतिक और राजनीतिक भेदभाव के कारण डिजिटल दुनिया में अभी भी आगे नहीं बढ़ पायी हैं। और जो इस क्षेत्र का थोड़ा ज्ञान भी रखती हैं उनकी स्थिति भी बहुत अच्छी नहीं है। इसका अंदाजा इस बात से भी लगाया जा सकता है कि एक अध्ययन से पता चला है कि 51 देशों में से 38 प्रतिशत महिलाओं ने व्यक्तिगत रूप ऑन लाइन हिंसा का अनुभव किया है।
असमानताओं और लैंगिक भेदभाव को छोड़कर जीवन के सभी क्षेत्रों में निष्पक्षता के साथ एक न्यायसंगत और उत्कृष्ट समाज बनाने के लिए एक डिजिटल विचार आवश्यक है जिसके लिए आज के डिजिटल युग में कल, आज और कल की महिलाओं को साथ लेकर आगे बढ़ना होगा। 
  किसी भी प्रकार की असमानता को हटाकर नवाचार तरीके से तकनीकी परिवर्तन के साथ महिलाओं को अपनी दक्षता, क्षमता को पहचान कर वर्चुअल दुनिया के बारे मे शिक्षित होना है। जिससे महिलाएं अपने अधिकार को समझकर डिजिटल दुनिया में प्रवेश कर सके और एक सुरक्षित भविष्य बना सके। 
    आने वाला समय केवल और केवल डिजिटल तकनीक का है जिसमें महिलाओं की भागीदारी वैश्विक सशक्तिकरण के लिए अति आवश्यक है। इसीलिए एक बेहतर भविष्य के लिए विचार कीजिये..... "डिजिटऑल: लैंगिक समानता के लिए नवाचार और प्रौद्योगिकी" (DigitALL: Innovation and technology for gender equality)।  

Women's day कैसे मनाये? How to celebrate Women's Day

  8 मार्च महिला दिवस केवल एक दिन का उत्सव नहीं है,। यह महिलाओं के उत्थान के लिए एक सोच है, एक लगातार होने वाला परिवर्तन है जिसका उद्देश्य केवल केक काटना, फूल, तोहफे या भीड़ इकट्ठी करना नहीं है। महिला दिवस महिलाओं से संबंधित किसी विशेष विचार के साथ ही मनाना चाहिए। जैसे कि... 
  
1- मेरी समझ से सबसे जरूरी स्वास्थ्य है और महिलाएं ही सबसे ज्यादा अपने स्वास्थ्य के प्रति कम संवेदनशील है। जहाँ वो पूरे परिवार के स्वास्थ्य का ध्यान रखती हैं वही अपने प्रति लापरवाही बरतती है। इस महिला दिवस पर घर की महिलाओ या बालिकाओं की स्वास्थ्य जाँच करायें। 
  ऑफिस में महिलाओं के खास स्वास्थ्य शिविर का आयोजन करें। किसी बेहतर हेल्थ इंशोरेंस का तोहफा दे या माहवारी से संबंधित पॉलिसी पर भी विचार करे। 
-  महिला दिवस पर महिलाओं की आर्थिक स्थिति की मजबती के लिए उनके लिए कौशल संबंधित कार्यशाला का आयोजन किया जा सकता है। घर की महिलाओं को उनकी रुचि के आधार पर स्वरोजगार से जोड़ा जा सकता है। 
 कार्यस्थल पर महिलाओं के लिए एक फंड बनाया जा सकता है जिसका उद्देश्य उनको और अधिक तकनीकी निपुण बनाने के लिए हो। 
- 'टेंशन फ्री डे' मुझे लगता है कि एक महिला का कोई रविवार नहीं होता है। हर दिन वो काम करती है। चाहे वो गृहणी हो या काम काजी महिला वो निरंतर कार्यरत रहती है। घर परिवार बच्चे ऑफिस समाज सबके बीच किसी न किसी के बीच उलझी रहती है। इन सबके बीच इस दिन महिलाओं को एक ऐसा माहौल भी दिया जा सकता है जहाँ वो बिना किसी चिंता या तनाव के स्वछंद रह सकती है। इसके लिए जितना महत्व पूर्ण ऑफिस है उतना ही घर परिवार की सोच और समझ भी है। इस दिन उनको पूरी तरह से टेंशन फ्री डे मनाने का अवसर दो। 
-  एक और अहम विचार है। eqality से थोड़ा ऊपर उठकर equity पर भी विचार किया जाए। 
यानी कि व्यक्ति के गुण दोष, प्रष्ठभूमि, अनुभव, संसाधन और उसकी आवश्यकताओं को पहचाना जाए और उसको देखा जाए या समझा जाए या यूँ कहे कि मूल्यांकन किया जाए और फिर यह सुनिश्चित किया जाए कि महिलाओं के पास आगे बढ़ने के लिए, उचित अवसरों हो, अधिकार हो और सभी संसाधनों तक समान पहुंच हो। 
  केवल बराबार न हो अपितु जिसको जिसकी जरूरत है उसको उन सन्साधनों के साथ आगे बढ़ाया जाए। 


   इस महिला दिवस पर एक आम महिला को भी अपनी दक्षता, क्षमता, प्रतिभा, उपलब्धि और अपनी अभिरुचि को पहचानना है और डिजिटल ज्ञान का समर्थन करना है। वहीं समाज के अन्य अंग को भी इस दिन का खुले दिल से स्वागत करना है। 

Happy Women's Day♀🌹👩

एक - Naari

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