नव वर्ष की तैयारी, मानसिक दृढ़ता के साथ

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नव वर्ष में नव संकल्प: मानसिक दृढ़ता New Year's Resolutions: Mental Strength/Resilience   यह साल जितनी तेजी से गुजरा उतनी ही तेजी के साथ नया साल आ रहा है। ऐसा लग रहा है कि एक साल तो जैसे एक दिन की तरह गुजर गया। मानो कल की ही तो बात थी और आज एक वर्ष भी बीत गया!   हर वर्ष की भांति इस वर्ष के अंतिम दिनों में हम यही कहते हैं कि 'साल कब गुजरा कुछ पता ही नहीं चला' लेकिन असल में अगर हम अपने को थोड़ा सा समय देकर साल के बीते दिनों पर नजर डालें तो तब हम समझ पाएंगे कि सच में इस एक वर्ष में बहुत कुछ हुआ बस हम पीछे को भुलाकर समय के साथ आगे बढ़ जाते हैं।    इस वर्ष भी सभी के अपने अलग अलग अनुभव रहे। किसी के लिए यह वर्ष सुखद था तो किसी के लिए यह वर्ष दुखों का सैलाब लेकर आया। सत्य भी है कि इस वर्ष का आरंभ प्रयागराज के महाकुंभ से हुआ जहां की पावन डुबकी से मन तृप्त हो गया था तो वहीं प्राकृतिक आपदाओं और आतंकी घटनाओं से मन विचलित भी था। इस वर्ष की ऐसी हृदय विदारक घटनाओं से मन भय और शंकाओं से घिरकर दुखी होने लगता है लेकिन आने वाले वर्ष की मंगल कामनाओं के लिए मन को मनाना ...

दिवाली: मन के दीप

दिवाली: मन के दीप

  वर्ष भर से जिस पर्व की प्रतिक्षा की जाती है उसके आने पर उत्साह और उमंग से भर जाना स्वाभाविक है। ये त्यौहार ही तो हैं जो समय समय पर आकर जीवन की उदासीनता को दूर करते हैं और सकारात्मक ऊर्जा का संचरण करते हैं। ऐसा लगता है कि इस ऊर्जा से चंहुओर खुशहाली और हर्षोंल्लास का आदान प्रदान हो रहा है। ऐसे ही सुख और आनंद को लेकर दिवाली आ रही है ।
   दिवाली का समय हम सभी के लिए विशेष है जहाँ केवल एक दिन नहीं अपितु हम लगभग पूरे सप्ताह ही अपनी खुशियों में मगन होते है। ऐसा लगता है कि ये सप्ताह तो पर्वों का गुलदस्ता है जिसमें हर एक दिन विशेष पर्व के लिए समर्पित है और हर एक पर्व फूलों की भाँति मन को सकारात्मक ऊर्जा से भर रहा है। 

  यही ऊर्जा हमें हर जगह दीपक के रूप में दिखाई देती है और इसी ऊर्जा से हम आगे बढ़ने की शक्ति मिलती है इसीलिए दिवाली में दीप प्रज्जवलित करना बहुत ही शुभ माना जाता है। इन्हीं दीपकों की टिमटिमाती रोशनी से हमारे घर और आस पड़ोस सभी जगह सितारों की तरह जगमगाते हैं। ये दृश्य देखने में जितना सुंदर होता है अंदर से मन भी उतना ही सुंदर हो जाता है। ऐसा लगता है कि जैसे नकारात्मकता की धूल अपने आप साफ होती चली जा रही है और अब मन चांदी सा चमक रहा है। 
   सच माने, दिवाली पर जलने वाले ये दीपक केवल मिट्टी और तेल के नहीं हमारे मन के दीप हैं जो हमारे मन के अंधेरे को दूर करते हैं। नकारात्मक विचारों से परे हमें सुख, समृद्धि और अपार खुशियों से भर देते हैं। 
  मन के ये दीप हमें नई आशाओं से जोड़ते हैं, नई हिम्मत देते हैं, ये बताते हैं कि पिछला समय जैसा भी था लेकिन आने वाला समय जगमग रहेगा। इसी विश्वास के साथ दिवाली मनाएं, सकारात्मक सोच के साथ, मन के दीपक की लौ हमेशा जलाएं । 

दीपक का महत्व:
- अंधकार को दूर कर रोशनी के लिए 
- वातावरण को शुद्ध रखने के लिए
- नकारात्मक ऊर्जा को दूर रखने के लिए
- जीवन में सकारात्मकता का संचार बढ़ाने के लिए
- अध्यात्मिक एवं धार्मिक भावनाओं की शक्ति के लिए 
- मानसिक एकाग्रता को दृढ़ करने के लिए

दीप मंत्र: 
शुभं करोति कल्याणम् आरोग्यम् धनसंपदा ।
शत्रुबुद्धिविनाशाय दीपज्योति नमोऽस्तुते ॥

  आप सभी को दीपावली की ढेर सारी शुभकामनाएँ!! 

  HAPPY DIWALI🕯!! 

एक -Naari

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